Monday, 13 January, 2025





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अहीर रेजिमेंट

31 Dec 2024

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अहीर रेजिमेंट की मांग की उत्पत्ति

वर्ष 2012 में 1962 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर इस मांग को बल मिला, जब 13 कुमाऊं के अहीर सैनिकों की गाथा को व्यापक रूप से सुनाया गया और वर्ष 2022 में रेजांगला के युद्ध की 60वीं वर्षगांठ पर अहीर रेजिमेंट की मांग की उत्पत्ति हो गई।

Comments

यादव

रेजांग ला की लड़ाई में 117 अहीर सैनिकों की शौर्य की चर्चा आज भी होती है। सभी जवान कुमाऊं रेजीमेंट की 13वीं बटालियन के हिस्सा थे। इन जवानों की वीरता के सामने चीन के सैनिकों को झुकना पड़ा था। इस लड़ाई में 120 सैनिकों ने चीन के 400 सैनिकों को मार गिराया था। वहीं 117 जवान शहीद हो गए थे जिसमें 114 अहीर थे।

"वीर अहीर का एक नारा - कंधे पर हो नाम हमारा"