19 Jan 2025
फर्स्ट वर्ल्ड वॉर में 74,000 भारतीय सैनिकों को शहादत मिली. इन सैनिकों में 7,500 से ज्यादा अहीर थे. उसके बाद साल 1924 में अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा का गठन हुआ. इस सभा ने अहीर रेजीमेंट की स्थापना का जिम्मा उठाया. उसके बाद सेकेंड वर्ल्ड वॉर में 87000 भारतीय सैनिक शहीद हुए. जिसमें 9000 से ज्यादा अहीर थे. इस युद्ध में अंग्रेजों ने 18 भारतीय सैनिकों को तत्कालीन सर्वोच्च वीरता पुरस्कार दिया था. जिसमें तीन सैनिक अहीर थे. इन्हें विक्टोरिया क्रॉस तथा जॉर्ज क्रॉस दिया गया था.