1962 में रेजांग ला की जंग तो याद है न !
भारतीय सेना मे अब अहीर रेजिमेंट की हो रही है। जब भी अहीर समुदाय का जिक्र होता है 1962 की वो लड़ाई लोगों को याद आती है जब मेजर शैतान सिंह के 120 जवानों की टुकड़ी ने चीनी सैनिकों को नाको चने चबाने के लिए मजबूर कर दिया था।
भारतीय सेना में आपने जाट रेजिमेंट, सिख रेजिमेंट जैसी क्षेत्र और जाति आधारित रेजिमेंट के बारे में सुना होगा या जानते होंगे। ऐसी ही मांग अब अहीर रेजिमेंट की हो रही है। जब भी अहीर समुदाय का जिक्र होता है 1962 की वो लड़ाई लोगों को याद आती है जब मेजर शैतान सिंह के 120 जवानों की टुकड़ी ने चीनी सैनिकों को नाको चने चबाने के लिए मजबूर कर दिया था।